ठोसों के यांत्रिक गुण चैप्टर का सभी महत्वपूर्ण लघु उत्तरीय प्रश्न || 11th Class Physics Chapter ठोसों के यांत्रिक गुण Question Answer In Hindi
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उत्तर- किसी तत्त्व के परमाणुओं के बीच कार्य करने वाले बल अन्तरापरमाणुक बल कहलाते हैं ।
प्रश्न 2. अन्तराअणुक बल क्या है ?
उत्तर - किसी पदार्थ के अणुओं के बीच कार्यरत बल को अन्तराअणुक बल कहते हैं।
प्रश्न 3. वाण्डर वाल्स आकर्षण क्या है ?
उत्तर- वैद्युत द्विध्रुव के आघूर्ण के कारण परमाणुओं या अणुओं के बीच कार्यरत आकर्षण बल को वाण्डर वाल्स आकर्षण कहते हैं ।
प्रश्न 4. द्रव्य की कौन-कौन सी अवस्थाएँ हैं ?
उत्तर- द्रव्य की मुख्त: तीन अवस्थाएँ है (a) ठोस, (b) द्रव और (c) गैस ।
प्रश्न 5. ठोस क्या है ?
उत्तर- द्रव्य की वैसी अवस्था ठोस है जिसका निश्चित आयतन तथा निश्चित आकृति होती है । इनके अणुओं के बीच की दूरी बहुत कम होती है । अतः इसके अणुओं के बीच लगने वाला अन्तराअणुक बल बहुत अधिक होता है। इसके अन्दर उसके अणु एक स्थान से दूसरे स्थान तक गति नहीं करते हैं, किन्तु अपनी मध्यमान स्थिति के दोनों तरफ आवर्त गति करते हैं ।
प्रश्न 6. द्रव क्या है ?
उत्तर- द्रव्य की वैसी अवस्था द्रव है जिसका आयतन तो निश्चित होता है किन्तु कोई निश्चित आकृति नहीं होती है। इसके अणुओं के बीच लगने वाला अन्तराअणुक बल गैस से अधिक होता है। इसके अणु भी उपलब्ध स्थानों में इधर-उधर घूमते रहते हैं, किन्तु गैस से इसका वेग कम होता । इसके अणुओं की माध्य गतिज ऊर्जा माध्य आकर्षण स्थितिज ऊर्जा से कम होती है ।
प्रश्न 7. गैस क्या है ?
उत्तर- द्रव्य की वैसी अवस्था गैस है जिसका न तो आयतन और न आकृति निश्चित होती है । इसके अणु अधिक दूरी पर होते हैं। इसके अणुओं के बीच लगने वाला अन्तराअणुक बल नगण्य होता है । फलस्वरूप उसके अणु उपलब्ध स्थानों में इधर-उधर टकराते हुए घूमते हैं । इसके अणुओं की माध्य गतिज ऊर्जा माध्य आकर्षण स्थितिज ऊर्जा से अधिक होती है ।
प्रश्न 8. क्रिस्टलीय ठोस क्या है ?
उत्तर- क्रिस्टलों से बने ठोस क्रिस्टलीय कहलाते हैं। इसमें उनके परमाणु विशिष्ट ज्यामितीय आकृति में सममित रूप से व्यवस्थित होते हैं। उनमें त्रिविमीय सममिति होती है । उदाहरण सोडियम, कलोरीन, कॉपर आदि ।
प्रश्न 9. अक्रिस्टलीय या काँचाभ ठोस क्या है ?
उत्तर- वैसे ठोस जिनके परमाणु सममित रूप से व्यवस्थित नहीं होते हैं । अक्रिस्टलीय या काँचाभ ठोस कहलाते हैं। इसमें परमाणुओं की व्यवस्था किसी द्रव में व्यवस्था के समान होती है। किन्तु इसके अणुओं या परमाणुओं की स्थिति एक-दूसरे के सापेक्ष स्थिर होती है । उदाहरण काँच, हडडी, लकड़ी आदि ।
प्रश्न 10. प्रत्यास्थता क्या है ?
उत्तर - प्रत्यास्थता किसी पदार्थ का वह गुण है जिसके कारण वह विरूपक बल द्वारा होने वाले परिवर्तन का विरोध करता है तथा उसको हटाये जाने पर अपनी पूर्वावस्था में आ जाता है । वस्तुएँ प्रत्यास्थ कहलाती हैं। उदाहरण लोहा, सोना, रबर, इस्पात, क्वार्ट्ज आदि
प्रश्न 11. सुघट्यता क्या है ?
उत्तर – सुघट्यता किसी पदार्थ का वह गुण है जिसके कारण वह विरूपक बल द्वारा होने वाली परिवर्तन का विरोध नहीं करता है, स्थायी रूप से विकृत हो जाता है । उसको हटाने पर अपनी पूर्वावस्था में नहीं आ पाता है । वस्तुएँ सुघट्य या प्लास्टिक कहलाती हैं । उदाहरण मोम, प्लास्टीसीन, गीली मिट्टी, साबुन आदि ।
प्रश्न 12. भंगुरता क्या है ?
उत्तर-भंगुरता किसी पदार्थ का वह गुण है जिसके कारण विरूपक बल लगाने पर वह टूट जाता है वस्तुएँ भंगुर कहलाती हैं। उदाहरण काँच का टुकड़ा, मिट्टी की बनी सूखी गेंद आदि ।
प्रश्न 13. विकृति क्या है ?
उत्तर- विरूपक बल के कारण किसर वस्तु की एकांक विमा में होने वाले परिवर्तन को विकृति कहते हैं ।
प्रश्न 14. विकृति कितने प्रकार की और कौन-कौन होती हैं ?
उत्तर- विकृति तीन प्रकार की होती है— (a) अनुदैर्घ्य विकृति, (b) आयतन विकृति और (c) अपरूपण विकृति ।
प्रश्न 15. प्रतिबल क्या है ?
उत्तर- किसी वस्तु के अनुप्रस्थ काट के एकांक क्षेत्रफल पर कार्य करने वाला प्रत्यानयन बल को प्रतिबल कहते हैं । इसके मात्रक न्यूटन / मीटर^2 तथा विमीय सूत्र [M * L ^ - 1 * T ^ - 2] ^ है ।
प्रश्न 16. प्रतिबल कितने प्रकार के और कौन-कौन होते हैं ? उत्तर- प्रतिबल तीन प्रकार के होते हैं—
(a) अनुदैर्ध्य प्रतिबल, (b) स्पर्शरेखीय प्रतिबल और (c) अपरूपण प्रतिबल ।
प्रश्न 17. हुक का नियम क्या है ?
उत्तर- " प्रत्यास्थता सीमा के अन्तर्गत प्रतिबल, विकृति के अनुक्रमानुपाती होता है ।
" प्रश्न 18. प्रत्यास्थता गुणंक क्या है ?
उत्तर - प्रत्यास्थता की सीमा के अन्तर्गत प्रतिबल और विकृति के अनुपात को प्रत्यास्थता गुणांक कहते हैं।
प्रश्न 19. प्रत्यास्थता गुणांक कितने प्रकार के और कौन-कौन होते हैं ?
उत्तर- प्रत्यास्थता गुणांक तीन प्रकार के होते हैं (a) यंग प्रत्यास्थता गुणांक या यंग मापांक, (b) दृढ़ता गुणांक तथा (c) आयतन प्रत्यास्थता गुणांक ।
प्रश्न 20. यंग प्रत्यास्थता गुणांक ( यंग मापांक) क्या है ?
उत्तर- प्रत्यास्थता सीमा के अन्तर्गत अनुदैर्घ्य प्रतिबल तथा अनुदैर्घ्य विकृति के अनुपात को यंग प्रत्यास्थता गुणांक (यंग मापांक) कहते हैं। इसे लेम्डा द्वारा व्यक्त किया जाता है।
प्रश्न 21. दृढ़ता गुणांक क्या है ?
उत्तर- प्रत्यास्थता सीमा के अन्तर्गत स्पर्शरेखीय (अपरूपण) प्रतिबल और अपरूपण विकृति के अनुपात को दृढ़ता गुणांक कहते हैं। इसे ) (इटा) द्वारा व्यक्त किया जाता है।
प्रश्न 22. आयतन प्रत्यास्थता गुणांक क्या है ?
उत्तर- प्रत्यास्थता सीमा के अन्तर्गत अभिलम्ब प्रतिबल और आयतन विकृति के अनुपात को आयतन प्रत्यास्थता गुणांक कहते हैं। इसे K द्वारा व्यक्त किया जाता है ।
प्रश्न 23. प्रत्यास्थ श्रांति या प्रत्यास्थता की थकान क्या है ?
उत्तर - लम्बे समय तक लगातार उपयोग के कारण प्रत्यास्थता के गुणधर्म में हुई अस्थायी क्षति को प्रत्यास्थ श्रांति या प्रत्यास्थता की थकान कहते हैं ।
प्रश्न 24. प्रत्यास्थ - उत्तर प्रभाव क्या है ?
उत्तर • विरूपक बल को हटा लेने पर वस्तु के पूर्वावस्था (शीघ्र पूर्वावस्था में नहीं - आती है) पूर्वावस्था में आने में लगे हुए समय को प्रत्यास्थ उत्तर प्रभाव कहते हैं ।
प्रश्न 25. प्वायसो (Poisso) अनुपात क्या है ?
उत्तर- प्रत्यास्थता की सीमा के अन्तर्गत पार्श्विक विकृति और अनुदैर्घ्य विकृति के अनुपात को पाइसन अनुपात कहते हैं। उसे σ (सिग्मा) द्वारा व्यक्त किया जाता है ।
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