बातचीत पाठ का सारांश | बालकृष्ण भट्ट का जीवन परिचय | Class 12th Hindi Chapter -01


अध्याय - 01 (बातचीत ) लेखक - बालकृष्ण भट्ट
➡️ बालकृष्ण भट्ट द्वारा रचित चैप्टर बातचीत एक ललित निबंध है
                      जिसमें उन्होंने बातचीत के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहते हैं कि बातचीत ईश्वर द्वारा प्राप्त अन्य सभी इंद्रियों में से एक प्रमुख इंद्रियां है जिसके द्वारा हम अन्य इंद्रियों से जो भी सुख दुख का अनुभव करते हैं उसे वाक शक्ति के द्वारा ही प्रकट कर पाते हैं बातचीत मनुष्य का एक अभिन्न हिस्सा है जिसके द्वारा किसी मनुष्य को उच्च शिखर पर लेकर भी जा सकता है और इसका लत मनुष्य को बर्बाद भी कर सकता है 
1. बालकृष्ण भट्ट जीवन परिचय

जन्म... 23 जून 1844
निधन --- 20 जुलाई 1914
निवास स्थान- इलाहाबाद, उत्तरप्रदेश |

माता-पिता :-- पार्वती देवी एवं बेनी प्रसाद भट्ट, पिता एक व्यापारी थे और माता एक सुसंस्कृत महिला जिन्होंने बालकृष्ण भट्ट के मन में अध्ययन की रूचि एवं लालसा जगाई।

शिक्षा प्रारंभ में संस्कृत का अध्ययन, 1867 में प्रयाग के मिशन स्कूल से एंट्रेंस की परीक्षा दी । 

वृत्ति-- 1869 से 1875 तक प्रयाग के स्कूल में अध्यापन 1885 में प्रयाग के सी एम वी स्कूल में संस्कृत का अध्यापन 1888 में प्रयाग की कायस्थ पाठशाला इंटर कॉलेज में किंतु उग्र स्वभाव के कारण नौकरी छोड़नी पड़ी और उसके बाद से लेखन कार्य पर ही निर्भर |

विशेष परिस्थिति -- पिता के निधनोपरांत पैतृक व्यापार संभालने के नाम पर गृहकलह का सामना आर्थिक संकट से जूझते हुए हिम्मत से काम लिया और साहित्य के प्रति समर्पित रहे

रचनात्मक सक्रियता :-- भारतेंदु हरिश्चंद्र की प्रेरणा से 'हिंदी वर्द्धिनी सभा' प्रयाग की ओर से 1877 में हिंदी मासिक पत्र निकालना प्रारंभ किया। इसे वे 33 वर्षों तक चलाते रहे त सामाजिक-साहित्यिक-नैतिक-राजनीतिक विषयों पर निबंध लिखते रहे। 1881 की समीक्षा की। 1886 में लाला श्रीनिवास दास के संयोगिता स्वयंवर की कठोर आ के अंतिम दिनों में हिंदी शब्दकोश' के संपादन के लिए श्याम सुंदर दास अच्छा व्यवहार न होने पर अलग हो गए।

रचनाएँ -- उपन्यास रहस्य कथा, नूतन ब्रह्मचारी, सौ अजान एक सुजान, गुप्त बैरी, रसातल यात्रा, उचित दक्षिणा, हमारी घड़ी, सद्भाव का अभाव ।

नाटक पद्मावती, किरातार्जुनीय, वेणी संहार, शिशुपाल वध, नल दमयंती यादमी स्वयंवर शिक्षादान, चंद्रसेन, सीता वनवास, पतित पंचम, मेघनाद वध, कट्टर सूप की एक नकल, बृहन्नला इंगलैंडेश्वरी और भारत जननी, भारतवर्ष और कलि, दो दूरदेशी, एक रोगी और एक वैद्य, रेल का विकट खेल, बालविवाह आदि ।

प्रहसन जैसा का वैसा परिणाम, नई रोशनी का विष, आचार विडंबन आदि। निबंध 1000 के आस-पास निबंध जिनमें सौ से ऊपर बहुत महत्वपूर्ण भट्ट निबंधमाला' नाम से दो खंडों में एक संग्रह प्रकाशित |
                    बातचीत पाठ का सारांश

मनुष्य बातचीत के माध्यम से अपनी भावों विचारों और सुख, दुःख की बातों को व्यक्त करने तथा दूसरों के विचारों और सुख-दुःख की बातों को समझने की क्षमता रखता है। मानव समाज बातचीत के अपने इस विशेष गुण को प्रारंभिक काल से आज तक किए गए प्रयोगों एवं अभ्यासों द्वारा विकसित किया है। बातों विचारों के आदान-प्रदान का सबसे सरल तरीका है जिससे हम किसी पर भी अपनी छाप छोड़ सकते हैं, अपने व दूसरों के अव्यक्त गुणों को उभार कर सामने ला सकते हैं तथा दूसरों के गुणों को ग्रहण लाभान्वित हो सकते हैं।

ईश्वर ने मानव को अनेक प्रकार की शक्तियाँ प्रदान की हैं जिनमें बोलने की शक्ति भी एक है मनुष्य में यह शक्ति न रहे तो वह इस संसार में गूँगा जैसा मालूम पड़ेगा। इस शक्ति के कारण ही हम आपस में एक-दूसरे से कुछ भावों एवं विचारों को कह सुन सकते हैं। बातचीत में वक्ता को नाज-नखरा जाहिर करने का अवसर नहीं दिया जाता जहाँ कोई गरम की चुटीली बात बोलने वाले महोदय के मुख से निकली कि ताली ध्वनि से क्रमश: गूंज उठता है।

हम जैसे लोगों की साधारण बातचीत का कुछ ऐसा घरेलू ढंग है कि कोई ताली का मौका नहीं है और न लोगों के कहकहे उड़ाने की कोई बात रहती है। स्पीच का उद्देश्य सुनने वालों के मन में जोश और उत्साह पैदा कर देना है। अपनी जिंदगी को मजेदार बनाने के लिए खाने पीने के साथ-साथ वार्ता अति आवश्यक है। स्रोता और वक्ता के मन में जो मवाद रहता है, वह बातों के जरिए भाप बनकर निकल पड़ता है।

रॉबिंसन क्रूसो का किस्सा बहुत लोगों ने पढ़ा है, जिसे 16 वर्ष तक मानव मुख देखने को नहीं मिला । कुत्ता, बिल्ली आदि जानवरों के बीच सोलह वर्ष के बाद फ्राइडे के मुख से एक बात सुनी उसने अपनी जंगली बोली में कहा था, पर उस समय रॉबिन्सन को ऐसा आनंद हुआ मानो उसने नए सिरे से फिर से आदमी का चोला पाया। इससे सिद्ध होता है कि इंसान की वाकशक्ति में कहाँ तक लुभा लेने की ताकत है। बातचीत की सीमा वहाँ तक रखी जा सकती है, जहाँ तक उनकी सभा न समझ ली जाए।

एडीसन का विचार है कि सही वार्ता मात्र दो मनुष्यों में हो सकती है जिसका मतलब यह हुआ कि जब दो आदमी होते हैं तभी अपने दिल की बात एक-दूसरे के सामने

रखते हैं। जब तीन हुए तब उनकी बात अनेक लोगों के कानों तक पहुँच जाता है।

बातचीत के अनेक भेद हैं। दो बुद्दों की बातचीत प्रायः जमाने के शिकायत पर हुआ करती है। वे बाबा आदम के समय की ऐसी दास्तान शुरू करते हैं, जिसमें चार सच तो दस झूठ | प्राय: अंग्रेजी राज्य, प्रदेश और पुराने समय की रीति-नीति का अनुमोदन और इस समय के सब भाँति लायक नौजवानों की निन्दा उनकी बातचीत का मुख्य प्रकरण होगा। दो बुढ़ियों बातचीत का मुख्य प्रकरण बहू-बेटी वाली हुई तो अपनी बहुओं या बेटों का गीला शिकवा होगा या वे बिरादराने का कोई ऐसा रमरसरा छेड़ बैठेंगी कि बात करते-करते अंत में खाड़े दाँत निकाल लड़ने लगेगी। लड़कों की बातचीत, खिलाड़ी हुए तो अपनी-अपनी तारीफ करने के बाद कोई सलाह रखेंगे जिससे उनको अपनी शैतानी जाहिर करने का पूरा मौका मिले। पढ़ने में कोई लड़का तेज हुआ तो अपने सामने दूसरे को कुछ ना गिनेगा। इसके अलावा बातचीत की बहुत-सी किस्में है। 

यूरोप के लोगों में बातचीत करने की कला है इसकी पूर्ण शोभा काव्य कला से निपुण विद्वानों की मंडली में है। ऐसे चतुराई के प्रसंग छोड़े जाते हैं कि जिन्हें सुनकर कान को काफी सुख मिलता है। अच्छी गोष्ठी इसी का नाम है है। अच्छी गोष्ठी की बातचीत की यह तारीफ है कि बात करने वालों की कपट कहीं एक बात में भी प्रकट न होती, बल्कि क्रम में सरस आभास पैदा करने वाले शब्दों को बढ़ते हुए चतुर लोग अपनी वार्ता को सरस एवं आकर्षक बना देते हैं।
****** महत्वपूर्ण Objective Question ******

 ✅ इन सभी objective question का Answer मोटे अक्षर वाले होंगे

1. बालकृष्ण भट्ट की रचना बातचीत क्या है ?
(A) एकांकी
(B) कहानी
(C) यात्रा संस्मरण
(D) ललित निबंध

2. बालकृष्ण भट्ट किस युग के निबंधकार थे ?
(A) प्रसाद युग
(B) भारतेंदु युग
(C) द्विवेदी युग
(D) स्वातंत्र्योत्तर युग

3. मनुष्य की बातचीत का उत्तम तरीका क्या है ?
(A) विद्वतापूर्ण बात करना
(B) तर्कपूर्ण बात करना
(C) भीड़ से बात करना
(D) अवाक् होकर अपने से बातचीत करना

4. ‘संवाद’ में सबसे महत्त्वपूर्ण क्या है ?
(A) तर्क
(B) जिज्ञासा
(C) आत्मीयता
(D) प्रवाहपूर्ण भाषा

5. बालकृष्ण भट्ट का जन्म हुआ था-
(A) 23 जून, 1884 को
(B) 23 जून, 1844 को
(C) 20 जुलाई, 1902 को
(D) 18 दिसम्बर, 1834 को

6. ‘संयोगिता स्वयंबर’ रचना है-
(A) अलकृष्ण भट्ट की
(B) प्रतापनारायण मिश्र की
(C) श्रीनिवास दास की
(D) मैथिलीशरण गुप्त की

7. कौन-सी रचना बालकृष्ण भट्ट की है ?
(A) नूतन ब्रह्मचारी
(B) सौ अजान एक सुजान
(C) सद्भाव का अभाव
(D) इनमें से सभी 

8. कौन-सी रचना बालकृष्ण भट्ट की है?
(A) रेल का विकट खेल
(B) कछुआ धरम
(C) रेणुका
(D) प्राच्यविद्या

9. बालकृष्ण भट्ट ने कौन-सा मासिक पत्र निकाला था ?
(A) प्रताप
(B) कर्मवीर
(C) हिन्दी प्रदीप
(D) ज्योत्सना

10. ‘बातचीत’ किस विद्या की रचना है?
(A) आलोचना
(B) गीत
(C) शोध
(D) निबंध

11. राबिंसन कुसो ने 16 वर्ष के उपरांत किसके मुख से एक बात सुनी ?
(A) फ्राइडे के
(B) सन्डे के
(C) एडीसन के
(D) स्टील के

12: ‘बातचीत’ शीर्षक निबंध के निबंधकार है 
(A) जयप्रकाश नारायण
(B) मोहन राकेश
(C) नामवर सिंह
(D) बालकृष्ण भट्ट

13. बातचीत के माध्यम से बालकृष्ण भट्ट क्या बतलाना चाहते है ?
(A) बातचीत की शैली
(B) भाषण की शैली
(C) संवाद की शैली
(D) इनमें से कोई नहीं

14. भट्टजी को किसने अँगरेजी साहित्य के एडीसन और स्टील की श्रेणी में रखा है ?
(A) हजारी प्रसाद द्विवेदी
(B) डॉ० नगेंद्र
(C) रामचंद्र शुक्ल
(D) रामविलास शर्मा

15. बालकृष्ण भट्ट का निवास स्थान कौन-सा है ?
(A) लखनऊ, उत्तरप्रदेश
(B) इलाहाबाद, उत्तरप्रदेश
(C) मथुरा, उत्तरप्रदेश
(D) वाराणसी, उत्तरप्रदेश

16. बालकृष्ण भट्ट ने किस पत्रिका का सम्पादन किया ?
(A) आर्यावर्त्त
(B) हुँकार
(C) हिन्दी प्रदीप
(D) पंजाब केसरी

17. बालकृष्ण ने ‘हिन्दी प्रदीप’ नामक मासिक पत्रिका निकालना कब प्रारम्भ किया ?

(A) 1877
(B) 1888
(C) 1890
(D) 1894

18. कौन-सी रचूना बालकृष्ण भट्ट द्वारा रचित नहीं है ?
(A) पद्मावती
(B) वेणी संहार
(C) मेघदूतम्
(D) मेघनाथ वध 

19. कौन-सा उपयास बालकृष्ण भट्ट द्वारा रचित है ?
(A) मैला आँचल
(B) गोदान
(C) सौ अजान एक सुजान
(D) अंतराल

20. नाटक के प्रारम्भ में होनेवाले मंगल पाठ को क्या कहा जाता है ?
(A) भजन
(B) नांदी पाठ
(C) मंगलाचरण
(D) आरती

21. रॉबिंसन क्रूसो को कब तक मनुष्य का मुख देखने को नहीं मिला ?

(A) 10 वर्ष तक
(B) 12 वर्ष तक
(C) 16 वर्ष तक
(D) 18 वर्ष तक

22. ‘बोलने से ही मनुष्य के रूप का साक्षात्कार होता है। यह किसने कहा ?
(A) एडीसन
(B) बेन जानसन
(C) स्पेंसर
(D) मिल्टन

23. ‘असल बातचीत सिर्फ दो व्यक्तियों में ही हो सकती है।’ यह किसका मत है?
(A) एडीसन
(B) बेन जानसन
(C) मिल्टन
(D) स्पेंसर

24. एडीसन के अनुसार असल बातचीत कितने लोगों के बीच हो सकती है ?
(A) दो
(B) तीन
(C) चार
(D) पाँच

25. बातचीत से मन किस प्रकार का हो जाता है ? 
(A) क्रोधपूर्ण
(B) भारी और बोझिल
(C) हल्का और स्वच्छ
(D) इनमें से कोई नहीं

26. किसके न होने से सृष्टि गूंगी प्रतीत होती है ?
(A) श्रवणशक्ति
(B) वाक्शक्ति
(C) दिव्यशक्ति
(D) स्मरणशक्ति

27. ‘आर्ट ऑफ कनवरसेशन’ कहाँ के लोगों में सर्वाधिक प्रचलित है ?
(A) अफ्रीका के
(B) भारत के
(C) यूरोप के
(D) कनाडा के

28. बालकृष्ण किस काल के रचनाकार है ?
(A) आदिकाल
(B) भक्तिकाल
(C) रीतिकाल
(D) आधुनिक काल

FAQs

1.बातचीत' शीर्षक पाठ में दो बुढ़ियों की बातचीत का प्रकरण क्या है?
Ans- दो बुढ़ियों बातचीत का मुख्य प्रकरण बहू-बेटी वाली हुई तो अपनी बहुओं या बेटों का गीला शिकवा होगा या वे बिरादराने का कोई ऐसा रमरसरा छेड़ बैठेंगी कि बात करते-करते अंत में खाड़े दाँत निकाल लड़ने लगेगी


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